काठमांडू, 19 फरवरी
नेपाल विद्युत प्राधिकरण प्रबंध निदेशक कुल मन घीसिंग का कहना है कि हाल ही में नेपाल-भारत की बैठक ने दोनों देशों के बीच ऊर्जा व्यापार में एक मील का पत्थर हासिल किया है।
नेपाल-भारत ऊर्जा सचिव-स्तरीय संयुक्त संचालन समिति की 10वीं बैठक में दोनों देशों के बीच विद्युत पारेषण लाइनों के विस्तार और व्यापार विस्तार के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
अधिकारियों का कहना है कि नेपाल अब सरकार से सरकार के बीच समझौते के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजेगा, जिसके आधार पर भारत कोई ठोस फैसला करेगा।
घीसिंग के मुताबिक भारत भी नेपाल के प्रस्ताव को लेकर सकारात्मक है भारत के रास्ते बांग्लादेश को बिजली निर्यात करना. इस बारे में अंतिम फैसला नेपाल द्वारा जलविद्युत परियोजना के नाम को अंतिम रूप देने के बाद किया जाएगा।
शुक्रवार तक भारत के राजस्थान में हुई बैठक में नेपाली प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ऊर्जा सचिव दिनेश कुमार घिमिरे ने किया।